राखी में दिखी आज़ादी का अमृत महोत्सव की झलक
19 सालों से बना रहा पालरेचा परिवार राखी
सुबह से मंदिर में लगा भक्तों का तांता
INDORE – इंदौर के विश्व प्रसिद्द खजराना गणेश मंदिर में रक्षाबंधन पर नगर की पहली राखी भगवान् गणेश को अर्पित करने की परम्परा सालों से चली आ रही है इसी कड़ी में इस साल भी रक्षाबंधन पर पहली राखी भगवान गणेश की कलाई पर बाँधी गई |
इंदौर के खजराना गणेश मंदिर में रक्षाबंधन का पर्व बड़े धूमधाम से मनाया जा रहा है, वही आज भगवान गणेश के दर्शन करने सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचे, तो वही हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी विश्व की सबसे बड़ी राखी भगवान श्री गणेश को समर्पित की गई, इसके साथ ही एक भक्त द्वारा भगवान खजराना गणेश सहित परिसर में विराजित अन्य मंदिरों के लिए बनाई गई ड्राईफ्रूट की राखी भी मंदिर में पुजारियों के द्वारा चढ़ाई गई। दरअसल, इंदौर के खजराना गणेश मंदिर में विश्व की सबसे बड़ी राखी भगवान श्री गणेश को समर्पित की गई | वहीँ पिछले 15 सालों से भगवान खजराना गणेश के लिए राखी बनाने वाले पालरचा परिवार ने इस बार राखी की थीम आजादी के अमृत महोत्सव के साथ सनातन धर्म के तीर्थ स्थलों के जीर्णोद्धार और उत्थान के रूप में तैयार की |
रक्षाबंधन पर खजराना गणेश को ये राखी भगवान गणेश अर्पित की गई इस राखी को तीन महीने में 25 परिवार व अन्य लोगों ने मेहनत करके तैयार किया है। महाराष्ट्र, दिल्ली, गुजरात, कोलकाता और राजस्थान से राखी में लगने वाला सामान बुलवाया गया था। राखी में ऊपर की ओर अयोध्या के श्रीराम मंदिर के दर्शन हो रहे हैं। बीच में त्रिदेव ब्रह्मा, विष्णु और महेश नजर आएंगे। इनके साथ ही काशी विश्वनाथ और महाकाल मंदिर कोरिडोर की प्रतिकृति बनाई गई है। राखी के निचले हिस्से में बाबा बर्फानी अमरनाथ के दर्शन होंगे, अमृत्व प्राप्त कबूतर का जोड़ा भी दिखाया गया है। साथ ही ऊपर की और आजाद भारत का तिरंगा भी इस राखी में नजर आ रहा है। राखी में शक्ति स्वरूपा नवदुर्गा माता के नौ रूपों को चित्रों के माध्यम से दिखाने की कोशिश की गई है। भगवान गणेश के आठ नामों विनायक, गणाध्यक्ष, गजानन, भालचंद्र, विघ्ननाशक, धूम्रकेतु, लंबोदर, एकदंत की महिमा दिखाने की कोशिश भी की गई है। गोलाकार राखी में अलग-अलग स्थानों पर अलग-अलग तरह से ॐ नम: शिवाय और जय श्री राम की भक्ति भी दिखाई है।