CM अरविंद केजरीवाल का बड़ा ऐलान, MCD के 5000 सफाई कर्मचारियों की अब बल्लेबल्ले
केजरीवाल बोले- हमने किए पुरे वादे और दीं दिवाली की शुभकामनाएं
नई दिल्ली – इस साल की दिवाली सफाई कर्मचारियों के लिए यादगार होने वाली है। दरअसल एमसीडी की बैठक में पांच हजार सफाई कर्चमारियों को नियमित करने के प्रस्ताव को पास कर दिया गया है। इस प्रस्ताव के पास होने की जानकारी खुद सीएम अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट करके दी है।
सीएम केजरीवाल ने कहा- कि जनवरी में नगर निगम (MCD Workers) में आम आदमी पार्टी की सरकार बनी थी, तब से अब तक सरकार 6494 सफाई कर्मचारियों को पक्का कर चुकी है. उन्होंने कहा कि कच्चे कर्मचारी यानी कि जिनकी नौकरी का कुछ नहीं पता, आज बुला लेते हैं लेकिन कल काम पर नहीं बुलाया जाता है. महीने में 15 दिन बुलाएंगे या 20 दिन तक बुलाएंगे, इसका कुछ भी नहीं पता और न ही छुट्टी का कुछ पता होता है. इस दौरान उन्होंने कहा की हमें जिस भी सरकार में और जहां पर भी मौका मिलेगा, वहां कच्चे कर्मचारियों को पक्का करेंगे.” उन्होंने कहा कि जब से आम आदमी पार्टी की सरकार बनी है तब से नगर निगम से अच्छी-अच्छी खबरें आ रही हैं.
केजरीवाल सरकार ने पूरा किया वादा
मेयर ने कहा कि एमटीसी बनाए जाने के बाद उनके नियमित होने का रास्ता भी काफी हद तक साफ हो गया है। एमसीडी में प्रस्ताव पास होने के बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट करके इसकी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि एमसीडी में पांच हजार सफाई कर्मचारियों को पक्का करने का जो वादा उन्होंने किया था, उसे पूरा कर दिया। मुख्यमंत्री ने सफाई कर्मचारियों से कहा कि वे मन लगाकर लोगों की सेवा करें, जिससे दिल्ली को साफ, स्वच्छ और सुंदर शहर बनाया जा सके।
हम कच्चे कर्मचारियों को कर रहे पक्का-CM केजरीवाल
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हमें जिस भी सरकार में और जहां पर भी मौका मिलेगा, वहां कच्चे कर्मचारियों को पक्का करेंगे. उन्होंने जनता को संबोधित करते हुए कहा कि जब से आपने आम आदमी पार्टी की सरकार बनाई है तब से नगर निगम से अच्छी-अच्छी खबरें आ रही हैं. पहले केवल भ्रष्टाचार और कर्मचारियों को तनख्वाह न मिलने की खबरें ही आया करती थीं.
बच्चों को यूनिफॉर्म के लिए मिलेगा 1100 रुपये
उन्होंने आगे कहा कि इसके बावजूद जन हितैषी प्रस्ताव पास किए गए हैं। पांच हजार सफ़ाई कर्मचारियों को नियमित करने और डीबीसी कर्मचारियों को एमटीएस बनाने का प्रस्ताव को पास कर दिया गया है। निगम स्कूलों में पढ़ने वाले गरीब वर्ग के बच्चों को यूनिफार्म के लिए 1100 रुपये प्रति छात्र दिए जाएंगे।
उन्होंने अपना वादा निभाते हुए पांच हजार सफ़ाई कर्मचारियों को नियमित किया। साथ ही लगभग 3100 डीबीसी कर्मचारियों, जो वर्षों से अपने हक़ की लड़ाई लड़ रहे थे, उन्हें मल्टी टास्किंग स्टाफ (एमटीएस) बनाया गया है। इसके अतिरिक्त दिल्ली की सफ़ाई व्यवस्था को सुदृढ़ करने और कूड़े के पहाड़ों को ख़त्म करने के लिए समानांतर एजेंसी लाई गई है।
महापौर ने कहा कि बैठक में भी सबसे शर्मनाक ये रहा कि विपक्ष के पार्षदों ने सदन की कार्यवाही में बाधा डाली। सदन की शुरुआत होने से पहले ही हंगामा किया। पूर्वकालिक उत्तरी और दक्षिणी निगम ने 1996 से 1998 तक लगे सफाई कर्मचारियों को पक्का कर दिया था, लेकिन पूर्वी निगम इन कर्मचारियों को 2013 से पक्का कर रहा था।
विरोध कोर्ट गए थे -सफाई कर्मचारी
इसके विरोध में पूर्वी निगम के सफाई कर्मचारी कोर्ट चले गए थे। कोर्ट ने कर्मचारियों हक में निर्णय दिए, लेकिन निगम फंड की कमी से इन कर्मचारियों को पक्का नहीं कर पाया। ऐसे में 2022 में फिर से एकीकृत हुए निगम की संपत्ति भी कोर्ट ने अटैच करने के आदेश दे दिए थे।
अब पक्के होने के बाद इन कर्मचारियों को सेवानिवृत्ति से लेकर वेतन के लाभ वर्ष 2004 से पक्का होने के बराबर ही मिलेंगे। इस पर निगम को अतिरिक्त खर्च करना होगा। इससे निगम पर प्रत्येक माह वेतन के रूप में भी अतिरिक्त राशि का वजन पड़ेगा। साथ ही 583 करोड़ रुपये एरियर देने की भी जवाबदेही होगी। मीट से लेकर क्लाउड किचन की नीति को निगम ने दी मंजूरी दिल्ली नगर निगम ने सदन में पारित हुए प्रस्तावों में कई महत्वपूर्ण प्रस्तावों को मंजूरी दी है।
निगम पर आएगा 583 करोड़ का अतिरिक्त बोझ
इस प्रस्ताव के पास होने के बाद निगम पर 583 करोड़ रुपये का एरियर देने का अतिरिक्त बोझ पड़ेगा। कर्मचारियों के पक्का होने के प्रस्ताव पारित होने के बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और महापौर डॉ. शैली ओबेराय ने बधाई दी है।