election symbol politics: महाराष्ट्र में“निशान” का विवाद
![election symbol politics: महाराष्ट्र में“निशान” का विवाद](https://newsmerchants.com/wp-content/uploads/2022/10/उद्धव-को-मिली-मशाल-780x470.webp)
मुंबई || आखिरकार चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र में चल रही चुनाव चिन्ह की राजनीति election symbol politics पर अपना निर्णय जारी कर ही दिया.
चुनाव आयोग ने सोमवार को election symbol politics के बीच उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाले शिवसेना गुट को एक नया जलती हुई मशाल का चुनाव चिन्ह आवंटित किया है.
उपचुनाव के लिए election symbol politics
दरअसल महाराष्ट्र में आने वाले दिनों में होने वाले उपचुनाव होने हैं ऐसे में उद्धव ठाकरे और वर्तमान सीएम एकनाथ शिंदे गुट के बीच election symbol politics चुनाव चिन्ह को लेकर विवाद चला आ रहा था और दोनों ही गुटों ने शिव सेना के तीर कमान के निशाँ पर अपनी दावेदारी जताई थी लेकिन सोमवार को पूरा मामला साफ़ हो गया.
नए निशान के साथ होगा उपचुनाव
इलेक्शन कमीशन यानि चुनाव आयोग ने जहाँ election symbol politics के बीच सुनवाई करते हुए आने वाले दिनों में होने वाले उपचुनाव के लिए जहाँ उद्धव ठाकरे गुट को ‘ज्वलंत मशाल’ (मशाल) का निशान आवंटित करते हुए “शिवसेना – उद्धव बालासाहेब ठाकरे” को पार्टी के नाम के रूप में आवंटित किया है.
यह भी पढ़िए – australin lady: विदेशी बीबी से कराया ऐसा काम, वीडियो हो गया वायरल
election symbol politics शिंदे गुट खाली हाथ
उद्धव गुट को चुनाव आयोग ने election symbol politics के बीच “शिवसेना उद्धव बालासाहेब ठाकरे” नाम आवंटित तो कर दिया वहीँ शिंदे गुट को “बालासाहेबची शिवसेना” नाम आवंटित किया है लेकिन पेंच अभी भी फंसा हुआ है.
दरअसल चुनाव आयोग ने उद्धव को चुनाव चिन्ह के तौर पर मशाल का निशान आवंटित किया है वहीँ उद्धव गुट की ओर से भेजे गए त्रिशूल और गदा के निशान को चुनाव आयोग ने बैन कर दिया है। election symbol politics में उगता सूरज भी चुनाव आयोग की सिंबल लिस्ट में नहीं है।
यह भी पढ़िए – singhada subsidy सिंघाड़े की करें खेती,प्रदेश सरकार दे रही बम्पर सब्सिडी
वहीं दूसरी और शिंदे गुट ने भी त्रिशूल, गदा और उगता सूरज के तीन चिन्ह ऑप्शन के तौर पर दिये थे, जिन्हें आयोग ने खारिज कर दिया है और शिंदे गुट से चुनाव चिन्ह के लिए फिर से नये विकल्प election symbol politics देने को कहा है।
अब अंधेरी ईस्ट उपचुनाव के लिए शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) का सिंबल मशाल होगा। मुंबई की अंधेरी ईस्ट चुनाव में उद्धव गुट अब इस नये नाम और निशान से चुनाव प्रचार में उतरेगा।
election symbol politics से प्रशंसक खुश
चुनाव आयोग द्वारा आवंटित किए गए नए पार्टी चिन्ह और नाम पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए, उद्धव ठाकरे के गुट के एक नेता ने कहा कि यह उनके गुट के लिए एक बड़ी जीत है। वहीँ election symbol politics नए नाम के आवंटन के बाद भास्कर जाधव ने कहा, “हम खुश हैं, इस बड़ी जीत पर विचार करें। हमें खुशी है कि तीन नाम जो हमारे लिए सबसे ज्यादा मायने रखते हैं – “उद्धव जी, बालासाहेब और ठाकरे” नए नाम पर बरकरार हैं।”
यह भी पढ़िए – goat farming promotion : बकरी पालकों के लिए खुशखबरी, प्रदेश सरकार दे रही लाखों का लोन
इस बीच election symbol politics में चुनाव आयोग ने शनिवार को उद्धव ठाकरे और एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले गुटों के बीच तनातनी के बीच दोनों प्रतिद्वंद्वी खेमों को उपचुनाव में “तीर कमान” का इस्तेमाल करने से रोकते हुए परम्परागत प्रतीक पर रोक लगा दी थी।
जिसके बाद दोनों ही गुटों ने election symbol politics के चलते अपने-अपने समूहों के नाम प्रस्तुत किए थे जिससे आयोग द्वारा उनकी पहचान की जा सके। दोनों समूहों को उप-चुनाव के लिए उम्मीदवारों को आवंटित किए जा सकने वाले प्रतीकों के लिए भी विकल्प दिए गए थे।
election symbol politics पर संजय राउत का बयान
इस बीच, मनी लॉन्ड्रिंग मामले के आरोपी शिवसेना सांसद संजय राउत ने सोमवार को कहा कि उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाले गुट के लिए एक नया चुनाव चिन्ह आने वाले दिनों में एक “बड़ी क्रांति” ला सकता है।
उन्होंने कहा कि कभी कांग्रेस को भी ऐसी ही स्थिति का सामना करना पड़ा था, जिसमें पार्टी के प्रतीकों को लंबे राजनीतिक इतिहास में तीन बार फ्रीज किया गया था। जनता दल को भी इसी तरह की स्थिति का सामना करना पड़ा था.
जुड़िये News Merchants Team से – देश, दुनिया,प्रदेश,खुलासा, बॉलीवुड,लाइफ स्टाइल,अलग हटके,धर्म,शेयर बाज़ार,सरकारी योजनाओं आदि कृषि सम्बंधित जानकारियों के अपडेट सबसे पहले पाने के लिए हमारे WhatsApp के ग्रुप ज्वाइन करें हमारे को Facebook पेज को like करें-शेयर करें।