धर्म

रुद्राक्ष (Rudraksh): रुद्राक्ष धारण करने से पहले जान लें ये नियम, जाने रुद्राक्ष पहनने के फायदे और नुकसान

अगर कोई व्यक्ति अपने जीवन में हर तरह के कष्टों को खत्म करना चाहता है तो उसे रुद्राक्ष (Rudraksh) धारण करना चाहिए। लेकिन रुद्राक्ष धारण करने से पहले इसके नियम जानना बेहद जरूरी है। क्योंकि नियमों का पालन न करने से शुभ फलों की प्राप्ति नहीं होगी।

शास्त्रों में रुद्राक्ष (Rudraksh) का काफी महत्व बताया गया है। माना जाता है कि रुद्राक्ष भगवान शिव को अति प्रिय है। इसी कारण जो व्यक्ति रुद्राक्ष धारण करता है उसे भगवान की विशेष कृपा प्राप्त होती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, रुद्राक्ष की उत्पत्ति भगवान शिव के आंसुओं से हुई है। इसी कारण रुद्राक्ष को चमत्कारी और अलौकिक माना जाता है। रुद्राक्ष एक मुखी से लेकर इक्कीस मुखी तक पाए जाते हैं। जिनकी अपने अलग-अलग महत्व है। माना जाता है कि जो व्यक्ति रुद्राक्ष को नियम और विधि के अनुसार पहन लें तो वह हर तरह के संकटों से छुटकारा पा लेता है।

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, जब माता सती ने खुद को अग्नि में प्रवेश कराकर देह का त्याग कर दिया था तब भगवान शिव के रुदन से निकले आंसू पृथ्वी पर कई जगह गिरे और उनसे प्रकृति को रुद्राक्ष के रूप में एक चमत्कारी तत्व की प्राप्ति हुई थी।

अगर कोई व्यक्ति अपने जीवन में हर तरह के कष्टों को खत्म करना चाहता है तो उसे रुद्राक्ष धारण करना चाहिए। लेकिन रुद्राक्ष धारण करने से पहले इसके नियम जानना बेहद जरूरी है। क्योंकि नियमों का पालन न करने से शुभ फलों की प्राप्ति नहीं होगी।

रुद्राक्ष (Rudraksh) धारण करने के नियम

  • रुद्राक्ष को तुलसी की माला की तरह की पवित्र माना जाता है।
  • प्रात:काल जब रुद्राक्ष धारण करें तो रुद्राक्ष मंत्र और रुद्राक्ष मूल मंत्र का 9 बार जाप करना चाहिए, साथ ही इसे सोने से पहले और रुद्राक्ष को हटाने के बाद भी दोहराया जाना चाहिए। रुद्राक्ष को एक बार निकाल लेने के बाद उस पवित्र स्थान पर रखना चाहिए जहां आप पूजा करते हैं।
  • रुद्राक्ष धारण करते समय भगवान शिव का मनन करें।इसके साथ ही शिव मंत्र ‘ऊँ नम: शिवाय’ का जाप करते रहें।
  • रुद्राक्ष को हमेशा लाल या फिर पीले रंग के धागे में पहनना चाहिए।
  • रुद्राक्ष को हमेशा साफ रखें। मनके के छिद्रों में धूल और गंदगी जम सकती है। जितनी बार हो सके इन्हें साफ करें अगर धागा गंदा या क्षतिग्रस्त हो जाता है, तो इसे बदल दें। सफाई के बाद रुद्राक्ष को गंगाजल से धो लें। यह इसकी पवित्रता बनाए रखने में मदद करता है।
  • रुद्राक्ष की माला को हमेशा विषम संख्या में पहनना चाहिए। लेकिन 27 मनकों से कम नहीं होनी चाहिए।

जानें कब रुद्राक्ष (Rudraksh) नहीं धारण करें

  • महिलाओं को मासिक धर्म के दौरान रुद्राक्ष नहीं पहनना चाहिए।
  • रुद्राक्ष को बिना स्नान किए नहीं छूना चाहिए। स्नान करने के बाद शुद्ध करके ही इसे धारण करें।
  • कभी भी इसे काले रंग के धागे में नहीं पहनना चाहिए। इससे अशुभ प्रभाव पड़ता है।
  • रुद्राक्ष माला को आपने धारण कर लिया है तो अब इसे किसी और को बिल्कुल न दें। इसके साथ ही दूसरे की दी गई रुद्राक्ष को बिल्कुल धारण न करें।
  • धार्मिक विद्वानों के मुताबिक जो लोग मांसाहार का सेवन करते हैं, उन्हें रुद्राक्ष  धारण नहीं करना चाहिए। ऐसा न करने पर रुद्राक्ष अशुद्ध हो जाता है, जिसके चलते परिवार को अनेक संकटों का सामना करना पड़ता है।ऐसे लोग अगर रुद्राक्ष पहनना ही चाहते हैं तो उन्हें पहले स्मोकिंग नॉन-वेज भोजन का त्याग कर देना चाहिए।
  • रुद्राक्ष गर्म प्रकृति के होते हैं। जिसके कारण कुछ लोगों को एलर्जी की समस्या हो जाती है। इसलिए बेहतर है कि इसका उपयोग न करें बल्कि पूजा घर में रखकर रोजाना पूजा करें।
  • श्मशान घाट में रुद्राक्ष  पहनकर जाना अशुभ माना जाता है। इसलिए आप जब भी किसी की मृत्यु होने पर श्मशान घाट जाएं तो इस बात का खास ध्यान रखें कि रुद्राक्ष की माला को घर पर ही उतार जाएंगे। अगर भूलवश आप पहनकर चले भी गए तो श्मशान घाट प्रवेश से पहले उसे उतारकर जेब में जरूर रख लें।
  • सनातन धर्म की मान्यताओं के अनुसार अगर किसी स्त्री को रुद्राक्ष धारण करने की सलाह दी गई है, तो बच्चे का जन्म होने पर सूतक काल खत्म होने तक उसे रुद्राक्ष उतार देनी चाहिए। यही नहीं, जिस जगह पर नवजात बच्चा और उसकी मां हो, वहां पर भी रुद्राक्ष धारण करने वाले व्यक्ति को नहीं जाना चाहिए।

रात को सोते समय रुद्राक्ष को हमेशा उतार देना चाहिए। आप इसे उतारकर अपने सिरहाने या तकिए के नीचे रख सकते हैं। ऐसा करने से रात में बुरे सपने दूर रहते हैं और नींद भी अच्छी आती है। जिन लोगों को रात में डर सताता है, उन्हें भी रुद्राक्ष के सिरहाने होने से फायदा मिलता है।

रुद्राक्ष (Rudraksh) पहनने के फायदे

  • इसको पहनने से आपका दिमाग काफी शांत रहता है।
  • आपको तनाव से दूरी मिल जाती है, तथा आप शांतिपूर्ण जीवन व्यतीत कर सकते हैं।
  • इसके अंतर्गत आपकी मानसिक बीमारी काफी हद तक दूर हो सकती है।
  • इसको पहनने से आपका वैवाहिक जीवन काफी खुशियों भरा हो सकता है।
  • रुद्राक्ष पहनने से आपके जीवन में प्रेम काफी ज्यादा पड़ने वाला है।
  • इसके माध्यम से आपको अपने दिमाग को नियंत्रित करने में काफी सहायता मिलने वाली है, तथा आप अपने दिमाग को नियंत्रण में रख सकते हैं।

रुद्राक्ष (Rudraksh) पहनने के फायदे है तो नुकसान भी है

रुद्राक्ष को पहनने के फायदे है तो नुकसान भी है यदि रुद्राक्ष पहनने के बाद यदि आप इनकी नियमों का पालन नहीं करते हैं, तो यह भी आपके लिए भविष्य में सही नहीं होता है, तथा इसका आप पर गलत असर पड़ता है। रुद्राक्ष मन की स्थिति को बढ़ा देता है, जो आपके लिए काफी खतरनाक साबित हो सकता है। यदि आप शराब तथा मांस का सेवन करते हैं, तो इस परिस्थिति में रुद्राक्ष का काफी गलत असर आप पर पड़ सकता है।
ऐसे में आपको नियमों को ध्यान में रखकर ही रुद्राक्ष पहनना चाहिए।

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