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Haidrabad : पैगम्बर पर फिर विवादित बोल, बीजेपी विधायक गिरफ्तार

हैदराबाद | भाजपा नेत्री नूपुर शर्मा के विवाद के बाद एक बार फिर से पैगंबर मोहम्मद पर विवादित बयान की कंट्रोवर्सी शुरू हो गई है। हैदराबाद के गोशामहल सीट से बीजेपी विधायक टी राजा सिंह ने पैगंबर मोहम्मद पर विवादित बयान दिया और एक बार फिर से देश भर के मुस्लिमों ने प्रदर्शन शूरु कर दिया है।

मंगलवार को हैदराबाद पुलिस ने टी राजा को पैगंबर मोहम्मद पर आपत्तिजनक बयान देने पर गिरफ्तार कर लिया। इस बीच बीजेपी ने भी उन्हें पार्टी से सस्पेंड कर दिया है।

क्या है पूरा मामला?

दरअसल 22 अगस्त 2022 को भाजपा विधायक टी राजा ने कॉमेडियन मुनव्वर फारुकी के खिलाफ एक वीडियो जारी किया, इस वीडियो में टी राजा सिंह ने फारुकी और उनकी मां पर भी टिप्पणी की राजा अपने बयान में इतने बह निकले कि उन्होंने पैगंबर मोहम्मद के लिए भी आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया ।

इस बयान के वायरल होने के बाद मुस्लिम धर्मावलंबी बड़ी संख्या में सड़कों पर उतर आए। सोमवार देर रात से हैदराबाद में जगह-जगह प्रदर्शन शुरू हो गए। भीड़ ने गुस्ताखे नबी की एक ही सजा, सिर तन से जुदा’ के नारे लगाते हुए टी राजा की गिरफ्तारी की मांग की।

विवादित टिप्पणी के वायरल होने और बढ़ते प्रदर्शन के बाद मंगलवार को भाजपा विधायक टी राजा सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया लेकिन देर रात तक उन्हें जमानत मिल गई। इसके विरोध में हैदराबाद में जगह-जगह पर लोगों ने रातभर प्रदर्शन किया। इन प्रदर्शनों में एक सब-इंस्पेक्टर समेत चार लोग घायल हो गए।

कौन हैं टी. राजा सिंह

गौरतलब है कि टी राजा सिंह हैदराबाद की गोशामहल विधानसभा से बीजेपी विधायक हैं। पहली बार उन्होंने 2014 में गोशामहल विधानसभा सीट से जीत दर्ज की थी। 2018 में तेलंगाना में टीआरएस की लहर में भी जीतने वाले बीजेपी के 5 विधायकों में से टी राजा एक थे।

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बजरंग दल के सदस्य रहे टी राजा ने 2009 में अपनी राजनीतिक यात्रा की शुरुआत टीडीपी से कॉर्पोरेटर के रूप में की थी। 2014 के लोकसभा चुनाव से पहले अप्रैल 2013 में टीडीपी छोड़कर बीजेपी से जुड़ गए थे।

अगस्त 2018 में सिंह ने गोरक्षा आंदोलन के लिए खुद को समर्पित करने के लिए बीजेपी से अपने इस्तीफे की घोषणा की थी। इस दौरान उन्होंने सत्तारूढ़ टीआरएस पर गोरक्षा के लिए जरूरी कदम नहीं उठाने का आरोप भी लगाया था। 2014 में बीजेपी में शामिल होने के बाद से यह उनका तीसरा इस्तीफा था, लेकिन हर बार वे अपने फैसले से पीछे हट जाते रहे हैं।

टी राजा का जन्म 15 अप्रैल 1977 को हैदराबाद के धूलपेट में एक ओबीसी के लोध परिवार में हुआ था। गरीब परिवार से होने के कारण राजा की शिक्षा नहीं हो सकी और उन्होंने शुरुआत में अपने घर के बाहर ऑडियो और वीडियो कैसेट बेचने की एक दुकान चलाई। बाद में इसे बंद करके इलेक्ट्रिक वायरिंग का बिजनेस शुरू कर दिया।

टी राजा और कंट्रोवर्सी का पुराना नाता रहा है। उन पर अब 75 आपराधिक मामले दर्ज हो चुके हैं। इनमें से कम से कम 30 मामले धार्मिक भावनाएं आहत करने और दो समुदायों के बीच वैमनस्य भड़काने से जुड़े हैं। 17 मामले दंगा करने और खतरनाक हथियार रखने और एक मामला हत्या की कोशिश से जुड़ा है। 2018 में टी राजा की ओर से दाखिल चुनावी हलफनामे के मुताबिक उनके खिलाफ 43 आपराधिक मामले हैं। इनमें से 16 में चार्जशीट फाइल हो चुकी है।

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