रक्षाबंधन 2023: कब है रक्षाबंधन? जानें सही तिथि, शुभ मुहूर्त, रक्षाबंधन पर भद्रा काल
इस साल रक्षाबंधन के त्योहार पर भद्रा का साया है। ऐसे में राखी बांधने को लेकर लोगों में असमंजस की स्थिति बनी हुई है। इस साल कब मनाया जाएगा रक्षाबंधन और कब है राखी बांधने का शुभ समय, यहां जानें।
![जानें कब है रक्षाबंधन, रक्षाबंधन पर भद्रा काल, जानें किस मुहूर्त में बांधे राखी](https://newsmerchants.com/wp-content/uploads/2023/08/Untitled-design-2023-08-08T221312.446-780x470.jpg)
रक्षाबंधन 2023: इस साल रक्षाबंधन के त्योहार पर भद्रा का साया है। ऐसे में राखी बांधने को लेकर लोगों में असमंजस की स्थिति बनी हुई है। इस साल कब मनाया जाएगा रक्षाबंधन और कब है राखी बांधने का शुभ समय, यहां जानें।
हिंदू धर्म में रक्षाबंधन के त्योहार का विशेष महत्व है। यह त्यौहार भाई-बहन के अटूट प्रेम का प्रतीक माना जाता है। रक्षाबंधन हर साल सावन माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को मनाया जाता है। इस दिन बहनें अपने भाइयों की कलाई पर रक्षा सूत्र बांधती हैं और भगवान से उनकी लंबी उम्र की प्रार्थना करती हैं। साथ ही भाई अपनी बहनों को जीवन भर उनकी रक्षा करने का वचन देते हैं। राखी सिर्फ एक रेशम का धागा नहीं है बल्कि भाई का अपनी बहन को उसकी रक्षा करने का वचन है। इस साल कब मनाया जाएगा रक्षाबंधन और कब है राखी बांधने का शुभ समय, यहां जानें।
कब मनाया जाएगा रक्षाबंधन का त्योहार?
हिंदू कैलेंडर के अनुसार इस साल रक्षाबंधन का त्योहार 30 अगस्त को मनाया जाएगा, लेकिन रक्षाबंधन पर भद्रा का साया होने के कारण लोगों में राखी बांधने को लेकर असमंजस की स्थिति है। भद्रा में राखी बांधना शुभ नहीं माना जाता है। भद्रा 30 अगस्त को सुबह 10.59 बजे से शुरू होकर रात 9.02 बजे तक रहेगी। इस दौरान रक्षाबंधन का त्योहार मनाना वर्जित है। इसलिए इस नक्षत्र की समाप्ति के बाद ही राखी बांधना शुभ रहेगा।
राखी बांधने का शुभ समय क्या है?
इस साल पूर्णिमा तिथि 30 अगस्त को सुबह 10:59 बजे से शुरू होगी और 31 अगस्त को सुबह 7:5 बजे तक रहेगी। 31 अगस्त की सुबह भद्रा का साया भी समाप्त हो जाएगा। इसलिए यह समय राखी बांधने के लिए उत्तम रहेगा। 30 अगस्त को सुबह भद्रा के कारण राखी नहीं बांधी जाएगी। वहीं अगर आप 30 अगस्त को राखी बांधना चाहते हैं तो रात 9.15 बजे के बाद शुभ समय शुरू हो जाएगा। इस समय त्यौहार मनाये जा सकते हैं। हालांकि, राखी 30 और 31 अगस्त यानी दोनों दिन बांधी जा सकती है, लेकिन ध्यान रखें कि 31 अगस्त को राखी बांधने का शुभ समय सुबह 7 बजकर 5 मिनट तक ही रहेगा।
रक्षाबंधन का धार्मिक महत्व
भारतीय संस्कृति में रक्षाबंधन एक प्रमुख पर्व है, जो हिंदुओं द्वारा धूम-धाम से मनाया जाता है। इस दिन सभी बहनें अपने भाई की कलाई पर राखी बांधती हैं और भाई अपनी बहन को उपहार देते हैं। कहा जाता है कि एक बार देवी लक्ष्मी ने अपने भाई बलि को राखी बांधी थी और बलि ने उन्हें उपहार दिया था। इससे प्रेरित होकर देवी लक्ष्मी ने देवताओं के लिए भी रक्षाबंधन का उत्सव शुरू किया। इस उत्सव के माध्यम से, लोग अपने परिवार के सदस्यों के साथ अपने संबंधों को और भी मजबूत बनाते हैं।
यह पर्व धार्मिक रूप से महत्वपूर्ण माना जाता है, क्योंकि यह त्यौहार परिवार के सदस्यों के बीच सम्बंधों को मजबूत करता है। इससे न केवल परिवार के सदस्यों के बीच अधिक मित्रता बढ़ती है, बल्कि इससे समाज के लिए भी एक महत्वपूर्ण संदेश जाता है। रक्षाबंधन का त्यौहार भाई-बहन के अनुभावों के मध्य आपसी समझदारी और भाई-बहन के प्यार को स्थायी बनाने के लिए शुभ दिन है।
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