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इंदौर: बैंक ऑफ बड़ौदा में साइबर अटैक (cyber attack)

इंदौर। बैंक ऑफ बड़ौदा में साइबर अटैक हुआ है। ग्राहकों के रुपये दिल्ली से ATM द्वारा निकाले हैं। सबसे ज्यादा इंदौर और भोपाल के ग्राहक प्रभावित हैं।

इंदौर बैंक ऑफ बड़ौदा में साइबर अटैक हुआ है। ग्राहकों के रुपये दिल्ली से ATM द्वारा निकाले हैं। सबसे ज्यादा इंदौर और भोपाल के ग्राहक प्रभावित हैं। क्राइम ब्रांच के साइबर एक्सपर्ट जांच में जुटे हैं। बैंक से भी जानकारी मांगी है। शक है बैंक से ही data लीक हुआ है।

कैसे लीक हो गया ग्राहकों का data

बैंक ऑफ बड़ौदा के 63 ग्राहकों के खातों से 15 लाख रुपए निकलने का मामला bob World App से जुड़ता नजर आ रहा है। bob World App, इसी बैंक का एक App है, जिसे बैंक प्रबंधन ने ज्यादा संख्या में download कराने का टारगेट स्टाफ को दिया था।

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एक बैंक विशेषज्ञ का मानना है कि इसके लिए स्टाफ ने ऐसे हजारों खाते खंगाले, जिनमें मोबाइल नंबर न जुड़े हों। फिर इन ग्राहकों के नाम से App को download किया गया, लेकिन mobile no. अपने या रिश्तेदारों के डाल दिए। बाद में उन नंबर्स को खाते से डी-रजिस्टर किया। इससे ग्राहकों का data लीक हो गया।

62 हजार बैंक खाते खतरे में

बॉब वर्ल्ड एप (bob World App) डाउनलोडिंग से भोपाल में करीब 1300 मोबाइल नंबर ऐसे हैं, जिनमें प्रत्येक से 30 से 100 बैंक खातों जुड़े थे। इससे लगभग 62 हजार बैंक खाते खतरे में पड़ गए। यानी एक मोबाइल नंबर से औसतन 47 बैंक खाते जुड़े हुए हैं। बैंक की नीति में कहा गया है कि एक mobile no. को 8 से ज्यादा खातों से नहीं जोड़ा जा सकता है। वह भी तब, जब ये सभी खाते एक ही परिवार के हों। ये रिपोर्ट बैंक प्रबंधन से जुड़े एक कर्मचारी द्वारा भेजे गए  E-mail के आधार पर तैयार की थी। ऐसे ही एक  E-mail में App download करवाने की होड़ से ग्राहकों का data लीक होने का अंदेशा भी जताया गया था।

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दिल्ली से निकाले गए पैसे

इन दिनों जालसाज टेक्नोलॉजी का भरपूर इस्तेमाल कर रहे हैं। इस मामले में सभी 53 खाताधारक भोपाल के हैं और इनके पास अपना ATM card भी मौजूद है। लेकिन इनके खातों से पैसे निकालने की location दिल्ली बताई जा रही है। हालांकि ठगों ने इस घटना को कैसे अंजाम दिया? इसकी जांच भोपाल साइबर पुलिस कर रही है। पुलिस को आशंका है एटीएम क्लोनिंग या डाटा ब्रीचिंग (ATM Cloning or Data Breaching) के जरिए इस तरीके के अपराधों को अंजाम दिया जा सकता है।

बैंक ने कहा-हम जांच में सहयोग कर रहे हैं

इस मामले में बैंक ऑफ बड़ौदा का कहना है हम जांच में पुलिस को पूरा सहयोग दे रहे हैं। एहतियात के तौर पर, हमने उन सभी ग्राहकों के debit card ब्लॉक कर दिए हैं, जिन्होंने अपने खाते से अनधिकृत नकदी निकासी की सूचना दी है। जांच के साथ ही हम ग्राहकों को भी पूरा सहयोग देंगे।

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पुलिस द्वारा अधिसूचना- कृपया सतर्क रहें

पुलिस ने लोगों को ATM का उपयोग करते समय बेहद सावधान रहने की सलाह दी है। कोई घटना किसी के साथ हो जाती है, साइबर क्राइम का कोई शिकार होता है तो पुलिस के हेल्पलाइन से सहायता ले सकता है। अगर हम लोग जागरूक रहेंगे तो ऐसे अपराधों से बच सकते हैं। कई मामलों में इंटरनेट पर प्रलोभन दिया जाता है। कॉल भी आते हैं। 24 घंटे से पहले अगर रिपोर्ट हो जाती है तो एक विंडो पीरियड होता है, उसमें पैसे वापस आने की संभावना होती है। पैसे अगर फ्रीज हो जाते हैं तो उन्हें वापस लाना आसान होता है।


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