भाजपा ने कांग्रेस प्रत्याशी के चचेरे भाई को बनाया प्रत्याशी
MP Elections 2023: मध्य प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर बीजेपी (BJP) ने अपने प्रत्याशियों की 5वीं लिस्ट जारी कर दी है। बीजेपी ने इंदौर 3 विधानसभा क्षेत्र से कैलाश विजयवर्गीय के बेटे आकाश विजयवर्गीय की जगह इस बार गोलू शुक्ला को चुनावी मैदान में उतारा है। अब इस पर आकाश विजयवर्गीय ने अपनी प्रतिक्रिया दी है, हमें खुशी है, हमने इस फैसले को स्वीकार किया क्योंकि यह पार्टी के हित में है।
आकाश विजयवर्गीय ने मीडिया से बात करते हुए कहा- कि हमने पिछले साढ़े चार सालों में क्षेत्र में कई विकास कार्य किए हैं। बीजेपी सरकार की योजनाओं को अपने विधानसभा के लोगों तक पहुंचाया। सबका साथ सबका विकास के नारे के साथ इंदौर-3 निर्वाचन क्षेत्र के लोगों के लिए काम किया। अब मुझे विश्वास है कि गोलू शुक्ला के नेतृत्व में भी आने वाले सालों में तेजी से विकास कार्य होंगे। हमारे लिए पार्टी जो भी रोल तय करती है। हम उसपर काम करते हैं, आगे भी हमें जो कहा जाएगा हम उसे जिम्मेदारी से करेंगे।
पहले ही टिकट कटने की लग रही थी अटकलें
दरअसल, आकाश विजयवर्गीय, बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के बेटे हैं। कैलाश विजयवर्गीय को बीजेपी ने इंदौर-1 सीट से 25 सितंबर को उम्मीदवार घोषित किया था। इसके बाद से ही अटकलें थीं कि विधानसभा में इंदौर-3 सीट का प्रतिनिधित्व करने वाले उनके 39 वर्षीय बेटे का टिकट कट सकता है जो आखिरकार सही साबित हुईं।
कैलाश विजवर्गीय ने क्या कहा था ?
BJP जनरल सेक्रेटरी कैलाश विजयवर्गीय ने 16 अक्टूबर को कहा था कि उनके MLA बेटे आकाश विजयवर्गीय ने पार्टी के नेशनल प्रसिडेंट जे पी नड्डा ( JP Nadda ) को ‘‘स्वविवेक से’’ पत्र लिखकर अनुरोध किया है कि इस बार उनके बेटे और मौजूदा एमएलए आकाश को टिकट दिए जाने पर बातचीत नहीं किया जाए। आपको बता दें कि इंदौर-3 सीट से बीजेपी कैंडिडेट्स का ऐलान होने के सिर्फ पांच दिन पहले कैलाश विजयवर्गीय ने स्थानीय बीजेपी दफ्तर में कहा था, “हमारे देश के प्रधानमंत्री (नरेंद्र मोदी) परिवारवाद के खिलाफ हैं। जैसे ही मुझे भाजपा ने चुनावी टिकट दिया, तो आकाश ने राष्ट्रीय अध्यक्ष (जेपी नड्डा) को पत्र लिख दिया कि चूंकि मुझे टिकट दिया गया है, तो उनके टिकट पर विचार नहीं किया जाए।”
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कौन हैं गोलू शुक्ला?
गोलू शुक्ला (राकेश) (जन्म 3 फरवरी 1976) भारत के सबसे बड़े राजनीतिक दल ‘भारतीय जनता पार्टी’ के इंदौर शहर के युवा नेता एवं भारतीय जनता युवा मोर्चा के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य के रूप में कार्यरत है। राजनीतिक परिवेश के साथ ही सामाजिक परिवेश में भी उनकी भूमिका इंदौर शहर में काफी अहम् मानी जाती है। वहीं इंदौर-3 सीट से बीजेपी ने पार्टी के जिन गोलू शुक्ला को मैदान में उतारा है, वह इंदौर-1 के कांग्रेस विधायक और इस सीट के उम्मीदवार संजय शुक्ला के चचेरे भाई हैं। गोलू शुक्ला ने टिकट मिलने के बाद संवाददाताओं से कहा, “मुझ जैसे छोटे-से कार्यकर्ता को उम्मीदवार बनाने के लिए मैं बीजेपी संगठन का आभार व्यक्त करता हूं। मैं वर्तमान विधायक आकाश विजयवर्गीय की ओर से किए गए कामों और विकास के मुद्दे को लेकर जनता के बीच जाऊंगा।”
धार्मिक आयोजनों ने गोलू को लोकप्रिय बनाया
गोलू शुक्ला को हाल ही में भाजपा ने आईडीए में उपाध्यक्ष बनाया था और वे भारतीय जनता युवा मोर्चा में लंबे समय तक रहे हैं। वे धार्मिक आयोजनों के लिए खास लोकप्रिय हैं और कांवड़ यात्रा से लेकर भंडारे, भजन संध्या और अन्य आयोजन करवाते रहते हैं। उनसे बड़ी संख्या में युवा जुड़े हुए हैं।
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अटल बिहारी वाजपेयी के भांजे को भी टिकट नहीं
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के भांजे अनूप मिश्रा को भी टिकट नहीं दिया गया है, वह ग्वालियर दक्षिण से दावेदारी कर रहे थे। इस सीट से मप्र के पूर्व मंत्री नारायण सिंह कुशवाह को उम्मीदवार बनाया गया है। मिश्रा ने विधानसभा का पिछला चुनाव ग्वालियर के भितरवार निर्वाचन क्षेत्र से लड़ा था लेकिन वह असफल रहे थे।
ये नाम भी गायब
मंत्री ओपीएस भदौरिया, यशोधरा सिंधिया और गौरीशंकर बिसेन सहित 29 विधायकों को सूची से हटा दिया गया है, जबकि 37 विधायक फिर से पार्टी की नवीनतम सूची में शामिल हो गए हैं। सिंधिया पहले ही स्वास्थ्य कारणों का हवाला देकर चुनाव लड़ने में अनिच्छा जता चुकी हैं।
230 में से 228 उम्मीदवारों की घोषणा: सत्तारुढ़ दल भाजपा ने अब तक गुना और विदिशा सीट को छोड़कर आगामी चुनावी के लिए 230 में से 228 उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। भाजपा की नवीनतम सूची में 12 महिला उम्मीदवारों के नाम हैं। उनमें ग्वालियर पूर्व और बुरहानपुर से क्रमश: प्रदेश की पूर्व मंत्री माया सिंह और अर्चना चिटनीस शामिल हैं। मध्य प्रदेश की मंत्री उषा ठाकुर को महू सीट से फिर से टिकट दिया गया है। मध्य प्रदेश की 230 सीटों के लिए 17 नवंबर को मतदान होगा और मतों की गिनती तीन दिसंबर को होगी।
इन्हें मिले टिकट
भाजपा की पांचवी सूची में शामिल अन्य प्रमुख उम्मीदवारों में प्रदेश के पूर्व मंत्री जयंत मलैया (75) और पूर्व मुख्यमंत्री सुंदरलाल पटवा के भतीजे सुरेंद्र पटवा और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक महेंद्र सिंह सिसोदिया शामिल हैं। मलैया 2018 के चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार राहुल सिंह लोधी से हार गए थे। भाजपा में शामिल होने के बाद लोधी 2020 में उपचुनाव हार गए।
सुरेंद्र पटवा को रायसेन जिले के भोजपुर से और सिसोदिया को गुना जिले के बमोरी से फिर से मैदान में उतारा गया है। बालाघाट सीट से राज्य मंत्री गौरीशंकर बिसेन की जगह उनकी बेटी मौसम बिसेन को टिकट दिया गया है। मध्य प्रदेश के पूर्व विधानसभा अध्यक्ष और विंध्य क्षेत्र के कद्दावर ब्राह्मण कांग्रेस नेता स्वर्गीय श्रीनिवास तिवारी के पोते सिद्धार्थ तिवारी को रीवा जिले की त्योंथर सीट से उम्मीदवार बनाया गया है। वह तीन दिन पहले ही कांग्रेस से अलग होकर भाजपा में शामिल हुए हैं।
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